सुषमा और US के विदेश मंत्री की PAK को दो टूक- आतंकियों के पनाहगाह खत्म करें, टेररिज्म पर डबल स्टैंडर्ड्स न अपनाएं

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Shariff: 

सुषमा और US के विदेश मंत्री की PAK को दो टूक- आतंकियों के पनाहगाह खत्म करें, टेररिज्म पर डबल स्टैंडर्ड्स न अपनाएं

नई दिल्ली.सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी दी है। मंगलवार को दिल्ली में यूएस के विदेश मंत्री जॉन कैरी से मुलाकात के बाद ज्वाइंट स्टेटमेंट में सुषमा ने कहा- ग्लोबल टेररिज्म पर मेरी और कैरी की एक ही राय है। इस मुद्दे पर किसी देश को डबल स्टैंडर्ड्स नहीं अपनाना चाहिए और आतंकी पनाहगाहों को खत्म किया जाना चाहिए। मंगलवार को भारत और अमेरिका के बीच बाइलेट्रल स्ट्रेटैजिक डॉयलॉग हुआ। और क्या कहा सुषमा ने....
- उधर, डिफेंस मिनिस्टर मनोहर पर्रिकर अमेरिका दौरे पर हैं। वॉशिंगटन में सोमवार को ही अमेरिका-भारत के बीच LEMOA एग्रीमेंट हुआ है। इस एग्रीमेंट को लेकर चीन और पाकिस्तान काफी बेचैन हो गए हैं


- एग्रीमेंट के अगले दिन सुषमा और कैरी की दिल्ली में मुलाकात हुई। बातचीत के बाद ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी हुआ। इसी दौरान सुषमा ने कहा, “मैं और सेक्रेटरी कैरी इस बात पर सहमत हुए हैं कि पाकिस्तान को 2009 के मुंबई और 2016 के पठानकोट हमलों के लिए आतंकियों और संगठनों पर फौरन एक्शन लेना चाहिए”
- “मैंने कैरी को भारत में सीमा पार से होने वाली घुसपैठ और पाकिस्तान की तरफ से होने वाली हरकतों की जानकारी दी है। हम फिर कहना चाहते हैं कि पाकिस्तान अपने देश में आतंकी पनाहगाहों को खत्म करे। लश्कर, जैश और डी-कंपनी के खिलाफ एक्शन लिया जाए।”
- जॉन कैरी ने सुषमा की तरफ इशारा करते हुए कहा, “आप हमेशा भारत और भारतीयों के हित की बातों को बेहतर तरीके से उठाती हैं।”
आतंकवाद अच्छा या बुरा नहीं


- सुषमा ने आगे कहा- कोई भी देश आतंकवाद को गुड टेररिज्म या बैड टेररिज्म में नहीं बांट सकता और न ही इस मुद्दे पर किसी तरह के डबल स्टैंडर्ड्स अपनाए जाने चाहिए।
- फॉरेन मिनिस्टर ने कहा कि भारत और अमेरिका टेररिज्म पर अब ज्यादा इन्फॉर्मेशन और इंटेलिजेंस शेयर करेंगे
- कैरी ने कहा- मैंने पाकिस्तान के प्राइम मिनिस्टर और आर्मी चीफ राहिल शरीफ से बात की है। उनसे कहा है कि किसी भी आतंकी ग्रुप के लिए उनका देश पनाहगाह न बने। यह सब जानते हैं कि लश्कर-ए-तैयबा और हक्कानी नेटवर्क पाकिस्तान से ही ऑपरेट करते हैं।
क्या है भारत-यूएस के LEMOA एग्रीमेंट में खास?
- मनोहर पर्रिकर ने यूएस के साथ जिस LEMOA (Logistics Exchange Memorandum of Agreement) एग्रीमेंट पर साइन किए हैं, उसके तहत दोनों देशों की मिलिट्री एक दूसरे की लैंड, एयर और नेवल बेस का सप्लाई, रिपेयर के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं।
- अभी तक अमेरिकी ट्रूप्स को इंडिया आने के लिए भारत सरकार से परमिशन लेनी होती थी।
- भारत वर्ल्ड का एक बड़ा आर्म्स इम्पोर्टर है। वह देश में ही सॉफेस्टिकेटेड वेपन बनाना चाहता है। इस एग्रीमेंट से उसे हेल्प मिलेगी
- न्यू जनरेशन के वेपन्स को लेकर टेक्नोलॉजी ट्रांसफर से हेल्प मिलेगी जिसमें एयरक्राफ्ट कैरियर, जेट इंजन और पायलटों के डिस्प्ले में मदद मिलेगी।
- एक्सपर्ट्स की मानें तो इस एग्रीमेंट से भारत-यूएस के रिलेशन बेहद मजबूत हो जाएंगे।
- भारत की तीनों सेनाओं को इस एग्रीमेंट के बाद कई बेहतरीन ट्रेनिंग और सुविधाएं भी मिलेंगी। चीन और पाकिस्तान इसी वजह से परेशान हैं।
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